दो वर्ष की लड़ाई के आज प्रशासन ने व्यापारियों की ली सुध : मंडी से हटाया अतिक्रमण

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कार्यालय डेस्क

सिवनी 13 फर. (संवाद कुंज) जिला कलेक्टर श्री क्षितिज सिंघल के निर्देश के बाद आज जिला प्रशासन द्वारा नागपुर रोड स्थित थोक फल एवं सब्जी मंडी के कुछ मुख्य अतिक्रमणकारियों को हटा दिया गया है जिससे उन व्यापारियों में हर्ष है जिनके खरीदे गये भूखंडों पर दूसरों का कब्जा हो गया था.

बताया गया है कि आज सुबह 12 बजे करीब एसडीओ मेघा शर्मा एवं लोक सेवा प्रबंधक श्री संदीप मिश्रा, मंडी सचिव अरविंद परिहार, तहसीलदार मीना दरसिया, सहायक यंत्री हेमंत हिरकने, उपयंत्री आदित्य पाठक, एसडीओपी श्री मरावी, नगर निरीक्षक श्री सतीष तिवारी, राजस्व निरीक्षक महेश सोनी एवं नगर पालिका के अमले के साथ पुलिस बल नागपुर रोड स्थिति थोक सब्जी मंडी पहुँचा.

जिला प्रशासन द्वारा थोक फल एवं सब्जी मंडी उपज मंडी के पश्चिमी हिस्से के 18 अतिक्रमण कारियों की टीन शेड से बनी दुकानों को जेसीबी से हटा दिया गया. जिला प्रशासन की अतिक्रमण हटाओ कार्यवाही दिन में लगभग 12 बजे शुरू हुई थी जो कि शाम तक चलते रही.

उल्लेखनीय होगा कि ये अतिक्रमण उन भूखंडों पर थे जिन्हें नीलामी प्रक्रिया में दूसरे दुकानदार 2 साल पहले एकमुश्ति मंडी प्रशासन को राशि जमा कर ले चुके थे और मंडी प्रशासन अतिक्रमण नहीं हटा पा रहा था जिसके कारण दुकानदार बार बार आवेदन दे रहे थे ज्ञापन सौंप रहे थे.

जाने क्या है मामला

मंडी प्रशासन द्वारा मई 2022 में व्यापारियों को नोटिस जारी कर दुकानों की राशि जमा करने हेतु निर्देशित किया गया था. साथ ही नोटिस में चेतावनी भी दी गई थी कि यदि उनके द्वारा एकमुश्त सारी राशि जमा नहीं की जाती है तो दुकानों की नीलामी के समय जो 10 प्रतिशत राशि उन्होंने जमा की है वो मंडी प्रशासन द्वारा राजसात कर ली जायेगी.
मंडी प्रशासन के उक्त नोटिस के बाद 16 दुकानदारों द्वारा मई एवं जून माह में मंडी प्रशासन को अपनी-अपनी दुकानों की राशि जमा कर दी गयी थी. जिससे मंडी प्रशासन को 1 करोड़ 60 लाख 76 हजार 400 रूपये की शुद्ध आमदनी हुई. मंडी प्रशासन द्वारा राशि ले लिये जाने के बाद दुकानदारों को उनकी दुकानें जिनका आकार 4.5 मीटर बाय 12 मीटर है कागजों में आवंटित भी कर दी गयी पर मौके पर दुकानदारों को कब्जा नहीं दिया गया है क्योंकि उनमे अतिक्रमण था जिसे आज हटाया गया है.

रजिस्ट्री का था दबाव

मंडी प्रशासन से जब-जब  दुकानदार अपनी दुकानों का कब्जा मांगते हैं तो मंडी प्रशासन दुकानदारों को कहता था कि पहले आप दुकानों की रजिस्ट्री अपने नाम पर कराओ. वहीं दुकानदारों का कहना था कि हम दुकानों की रजिस्ट्री मंडी प्रशासन से तब करायेंगे जब दुकानें मंडी के कब्जे में होगी. व्यापारियों का कहना है कि दुकाने तो मंडी प्रशासन के कब्जे मे है ही नहीं. जब मंडी प्रशासन दुकानों पर से अतिक्रमण खाली करा देगा तब हम ली हुई दुकानों की रजिस्ट्री करा लेंगे.

दुकानों का इतना पैसा है जमा
दुकान क्रमांक 16 का 10 लाख 30 हजार रूपये, दुकान क्रमांक 20 का 20 लाख 20 हजार रूपये, दुकान क्रमांक 18 का 10 लाख 50 हजार रूपये, दुकान क्रमांक 12 का 12 लाख 500 रूपये, दुकान क्रमांक 13 का 8 लाख 95 हजार रूपये, दुकान क्रमांक 19 का 12 लाख 51 हजार रूपये, दुकान क्रमांक 10 का 12 लाख 95 हजार रूपये, दुकान क्रमांक 4 का 11 लाख रुपये, दुकान क्रमांक 2 का 10 लाख रुपये, दुकान क्रमांक 6 का 12 लाख रुपये, दुकान क्रमांक 1 का 11 लाख 11 हजार रुपये, दुकान क्रमांक 22 का 12 लाख 18 हजार 500 रूपये,  दुकान क्रमांक 11 का 8 लाख 15 हजार रूपये, दुकान क्रमांक 15 का 8 लाख 90 हजार रूपये दुकानदारों द्वारा 2022 में जमा किया गया था. इन दुकानों पर तब से कब्जा था जिसे आज हटाया गया है.

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