कार्यालय डेस्क
सिवनी 29 नवं (संवाद कुंज) केवलारी विधानसभा के चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है. 2018 के विधानसभा चुनाव में गोंगपा ने 21 हजार 694 मत लिये थे. कांग्रेस ने 79 हजार 160 मत लिये थे और भाजपा ने 85 हजार 839 मत लिये थे. जितने मतों से जीत हार हुई थी उतने मत गोंगपा ने अकेले धनौरा मंडल से ले लिये थे. 2018 के चुनाव में धनौरा मंडल कांग्रेस जीती थी पर गोंगपा से हारी थी.
ज्ञातव्य है कि केवलारी विधानसभा को अगर छपारा, धनौरा, केवलारी, उगली, पलारी और कान्हीवाड़ा मंडल में विभाजित किया जा सकता है. 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी श्री राकेश पाल सिंह 6 हजार 679 मतों से विजय हुए थे और धनौरा मंडल के पोलिंग बूथों में ही गौंगपा ने 8 हजार 444 मत ले लिये थे. धनौरा मंडल एक ऐसा मंडल है जहाँ से गोंगपा ने सबसे ज्यादा वोट लिये थे. बाकी सारे मंडलो में गोंगपा के वोट कम थे.
केवलारी विधानसभा के शुरू के 50-55 पोलिंग बूथ छपारा मंडल अंतर्गत आते हैं. 2018 में छपारा में भाजपा और कांग्रेस लगभग बराबर पर रहे थे. पहले 53 बूथों में 11 हजार 947 वोट कांग्रेस ने लिये थे और 11 हजार 944 वोट भाजपा ने लिये थे गोंगपा ने जरूर यहाँ 2525 वोट कांग्रेस के काट लिये थे.
इसके बाद बूथ क्रमांक 54 से लेकर 106 तक के बूथ धनौरा मंडल के अंतर्गत आते हैं. धनौरा मंडल में कांग्रेस लगभग 1029 मतों से जीती थी. कांग्रेस ने 10237 वोट लिये थे और भाजपा ने 9208 वोट लिये थे पर गोंगपा जो कि छपारा में मात्र 2525 वोटों में सीमित थी धनौरा मंडल आते आते 8444 वोटों पर आ गयी.
अगर पिछले चुनाव के आधार पर देखा जाये तो छपारा और धनौरा कांग्रेस के 2 ऐसे बेल्ट हैं जहाँ अगर गोंगपा की मार न पड़े तो कांग्रेस सीधे 11 हजार वोटों से बढ़त लेती है. इस बार गोंगपा चुनावी मैदान में नहीं थी. निर्दलीय प्रत्याशी प्रीतम सिंह जो कि पूर्व में कांग्रेस में थे ने अगर 10 हजार तक वोट लिये होंगे तो ठाकुर रजनीश सिंह की जीत निश्चित बतायी जा रही है और वोटों का आंकड़ा 10 हजार के पार जितना जायेगा भाजपा प्रत्याशी की जीत उतनी प्रबल होते जायेगी.
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