अगर आपने मुझे अपना आशीर्वाद दिया होता तो मै भी अपना फर्ज निभाता : कमलनाथ

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छिंदवाड़ा में 32 साल का आदिवासी लड़का महापौर है

मैने सिवनी के लिये छिंदवाड़ा में अपने लोगों की जमीन डुबवाई है

कार्यालय डेस्क

सिवनी 22 अक्टू. (संवाद कुंज) मुझे इस बात का दुख होता है कि आपने 34 साल मुझे आशीर्वाद नहीं दिया. मैं आपका पड़ोसी हूँ और आपने मेरा लाभ नहीं उठाया. यहाँ 34 साल से कांग्रेस का उम्मीदवार यहाँ नहीं जीता. 18 साल से यहाँ कोई काम नहीं हुआ. इसीलिये मुझे दुख होता है. सिवनी आज विकास में बहुत पिछड़ा हुआ है. उक्ताशय की बात पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ द्वारा गोपालगंज क्षेत्र में आम सभा को संबोधित करते हुए कही गयी है.

पूर्व केन्द्रीय मंत्री पूर्व मुख्यमंत्री प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री कमलनाथ ने कहा कि आप कहते हैं सिवनी का करो. आप सिवनी की तुलना छिंदवाड़ा से करते हैं पर यह भी दे देखिये कि छिंदवाड़ा के सभी विधायक कांग्रेस के हैं. छिंदवाड़ा की नगर निगम का महापौर कांग्रेस का है. वहाँ का महापौर एक 32 साल का आदिवासी लड़का है. मैने एक 32 साल के आदिवासी लड़के को छिंदवाड़ा का महापौर बना दिया हूँ. ऐसा सिवनी में भी हो सकता है. मेरी भी तमन्ना है कि सिवनी को मै छिंदवाड़ा की तरह बनाऊं.

श्री कमलाथ ने कहा कि मैं हर बार आपके पास आया. मैने आपसे आशीर्वाद मांगा पर आपने मुझे अपना आशीर्वाद कब दिया ? आपने मुझे अपना आशीर्वाद दिया होता तो मै भी अपना फर्ज निभाता. आपने कहा कि मुझे याद है कि जब पेंच की योजना बननी थी तो दो प्रस्ताव थे. पहला प्रस्ताव यह था कि जमीन उतनी ही डुबाओ जिसका उपयोग छिंदवाड़ा मे हो. दूसरा प्रस्ताव था कि इतनी सारी जमीन डुबाई को फायदा सिवनी को भी हो. मै चाहता तो ऐसा प्रस्ताव बन सकता था कि सिवनी जिले को फायदा न हो. मैने पेंच में सिवनी को शामिल किया. छिदंवाड़ा जिले के जो गाँव डूबे हैं उसका जो विरोध हुआ है उस विरोध का सामना तो मैने किया है. पूरे लोग विरोध मे हो गये थे कि सिवनी के लिये उनके गाँव डूब रहे हैं पर मैने अपने लोगों से आपके लिये लड़ा. सिवनी को पेंच की योजना में शामिल कराया. हमारे किसान की जमीन डूबी है सिवनी के किसान को उन्नत बनाने के लिये. आपने कहा कि  छिंदवाड़ा की जमीन डूबी है तब सिवनी के लिये पेंच की योजना में पानी का प्रावधान हुआ है.

श्री कमलनाथ ने कहा कि आज भाजपा ने मध्यप्रदेश को चौपट प्रदेश बना डाला है. हर वर्ग परेशान है. चौपट रोजगार व्यवस्था, चौपट वर्दी व्यवस्था, चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था, चौपट शिक्षा व्यवस्था, चौपट उद्योग धंधे, चौपट कृषि व्यवस्था, चौपट अर्थव्यवस्था, चौपट नदिया. आज जिसके पास 50 एकड़ जमीन है पैसे देकर वो अपना नाम गरीबी रेखा में जुड़ा लेता है. आज आपका हाईवे टूट गया है उसका कारण केवल कमीशन है. मध्यप्रदेश की व्यवस्था यहां का सिस्टम चौपट हो गया है.

श्री नाथ ने कहा अगर एक उद्योग लगता है तो आर्थिक गतिविधि बनती है. मेरी कोशिश है कि मध्यप्रदेश को लोग विश्वास की नजर से देखें. हम 5 प्रदेशों से जुड़े हुए हैं. हम पाँच प्रदेश का फायदा उठा सकते हैं. जब हमारी सरकार थी सौदा करके हमारी सरकार गिरा दी गयी. मै मुख्यमंत्री था. मै भी सौदा कर सकता था. विधायक मेरे पास आते थे कि हमें इतना पैसा मिला है. मैने कह दिया कि रख लेना मौज कर लेना मै सौदा नहीं करूंगा. मैने कुर्सी को जाने दिया. आज शिवराज सिंह जी इतने दौरे करते हैं उन्होंने नौजवानों की आवाज नहीं सुनी. शिवराज जी का मुँह बस चलता है. मुँह चलाने में और प्रदेश चलाने में बहुत अंतर होता है.

श्री कमलनाथ ने कहा कि 17 नवंबर को आप जो बटन दबाएंगे वो आनंद का बटन नहीं होगा, कांग्रेस का बटन नहीं होगा आप सिवनी जिले का मध्यप्रदेश का बटन दबाएंगे.कमलनाथ का साथ मत देना, कांग्रेस का साथ मत देना पर सच्चाई का साथ दे देना. आप सिवनी का इतिहास बदल सकते हैं. आप बदलेंगे तो मै भविष्य का इतिहास बदलूंगा. ये आपके हाथ मे है. मुझे पूरी उम्मीद है कि जब 3 दिसंबर को गिनती होगी तो सिवनी का झंडा मध्यप्रदेश की विधानसभा में लहरायेगा.

आपने कहा कि मै जब नौजवानों की ओर देखता हूँ तो मुझे बड़ी चिंता होती है कि ये हमारे भविष्य का निर्माण कैसे करेंगे जब इनका भविष्य ही अंधेरे में है. हमारे मध्यप्रदेश में सबसे बड़ी चुनौती नौजवानों के भविष्य की है. हमें परिवार को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है. आज मै आपसे यही कहना चाहता हूँ भविष्य आपके हाथ मे हैं.

श्री कमलाथ ने कहा कि मैं हर बार आपके पास आया. मैने आपसे आशीर्वाद मांगा पर आपने मुझे अपना आशीर्वाद कब दिया ? आपने मुझे अपना आशीर्वाद दिया होता तो मै भी अपना फर्ज निभाता. आपने कहा कि मुझे याद है कि जब पेंच की योजना बननी थी तो दो प्रस्ताव थे. पहला प्रस्ताव यह था कि जमीन उतनी ही डुबाओ जिसका उपयोग छिंदवाड़ा मे हो. दूसरा प्रस्ताव था कि इतनी सारी जमीन डुबाई को फायदा सिवनी को भी हो. मै चाहता तो ऐसा प्रस्ताव बन सकता था कि सिवनी जिले को फायदा न हो. मैने पेंच में सिवनी को शामिल किया. छिदंवाड़ा जिले के जो गाँव डूबे हैं उसका जो विरोध हुआ है उस विरोध का सामना तो मैने किया है. पूरे लोग विरोध मे हो गये थे कि सिवनी के लिये उनके गाँव डूब रहे हैं पर मैने अपने लोगों से आपके लिये लड़ा. सिवनी को पेंच की योजना में शामिल कराया. हमारे किसान की जमीन डूबी है सिवनी के किसान को उन्नत बनाने के लिये. आपने कहा कि  छिंदवाड़ा की जमीन डूबी है तब सिवनी के लिये पेंच की योजना में पानी का प्रावधान हुआ है.

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