धनौरा में भी महाविद्यालय और सिंचाई है मुद्दा

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धनौरा आदिवासी क्षेत्र है. धनौरा ब्लाक में लगभग 25 पंचायते हैं जिनमें 53 पोलिंग बूथ है. यहाँ 70 प्रतिशत मतदाता आदिवासी हैं 30 प्रतिशत मिश्रित हैं. इसके बाद भी 800-1000 वोटों से यहाँ कांग्रेस जीतती है. इस क्षेत्र में वर्तमान में महाविद्यालय और सिंचाई का पानी मुद्दा है. 

प्रदीप महाराज

धनौरा 3 नवं. (संवाद कुंज) दैनिक संवाद कुंज द्वारा धनौरा ब्लाक के लोगों से वहाँ के स्थानीय मुद्दों के बारे में बातचीत की गयी तो सिंचाई यहाँ का बड़ा मुद्दा है. दूसरे नंबर पर महाविद्यालय का न होना तथा तीसरे नंबर पर लचर स्वास्थ्य व्यवस्था लोगों को परेशान की हुई है विशेषकर महिला चिकित्सक के न होने से डिलेवरी में बहुत परेशानी होती है. धनौरा में एक तरफ भाजपा अपने विकास कार्य बता रही है वहीं कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार गिना रही है. आइये जानते हैं किसका क्या कहना है.

धनौरा से कांग्रेस जीतती है फिर भी हमने विकास किया है : भाजपा

संवाद कुंज द्वारा जब भारतीय जनता पार्टी के ब्लाक अध्यक्ष सुजीत मिश्रा से बातचीत की गयी और उनसे पूछा गया कि आप किन आधारों पर यहाँ से वोट मांग रहे हैं तो उन्होंने कहा कि हमारे वोट मांगने का आधार केवल विकास है. धनौरा ब्लाक आदिवासी ब्लाक है इसके बाद भी यहाँ से भाजपा को अच्छे वोट मिलते हैं क्योंकि भाजपा विकास करती है. धनौरा ब्लाक में हमने सीएम राईस स्कूल खुलवाया ताकि आदिवासियों के बच्चे पढ़े. भाजपा शासनकाल में यहाँ आईटीआई खुली है. समूह नल जल योजना से यहाँ पर घरों घर पानी की सप्लाई हो रही है. नहरों के सीमेंटीकरण के लिये बजट स्वीकृत हो गया है. महाविद्यालय की घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कर चुके हैं. केवलारी में भारतीय जनता पार्टी का विधायक केवल पिछले पाँच साल से है इस लिहाज से यहाँ जो विकास कार्य हुए हैं वे नगण्य नहीं  है.  मझगवा में बड़ा पुल बन गया तथा सुनवारा का टूटा हुए पुल का भी भूमपूजन हो गया है. आमानाला हाई स्कूल, बोरिया, 33/11 का विद्युत सब स्टेशन में स्वीकृत गया है. सुनवारा कोड़ारी का सरकारी अस्पताल बंद हो गया था अब यह शुरू हो गया है डाँक्टर की पदस्थापना हो गयी है सुचारू रूप से 200 मरीजों की ओपीडी है.

हम चाहेंगे कि हमारे क्षेत्र का व्यक्ति मंत्री हो  : कांग्रेस

कांग्रेस पार्टी के ब्लाक अध्यक्ष श्री आदित्य नारायण बघेल से संवाद कुंज ने जब बात की तो उन्होंने कहा कि यहाँ का मुख्य मुद्दा सिंचाई है. केवलारी विधायक श्री राकेश पाल सिंह ने वायदा किया था कि वे सिंचाई का पानी लेकर आयेंगे पर वे पानी लेकर नहीं आये. उमरापानी, धनौरा, नाई पिपरिया घाट के ऊपर के गाँव में पानी मुख्य मुद्दा है. धनौरा में महाविद्यालय नहीं बना है. यहाँ स्टेडियम नहीं है. कक्षा 12वी के बाद बच्चों का भविष्य अंधकार मे है. भ्रष्टाचार चरम पर है. केवलारी में सुनवारा के पास के पास अतिवृष्टी में पुल बह गये और सरकार ने एक सब इंजीनियर तक को सस्पेंड नहीं किया गया और फिर पुलों को स्वीकृत करा दिया गया. पुराने पुलों का जो पैसा अधिकारी खा गये हैं उनका क्या हुआ ? आदिवासियों के हितों के लिये जो पैसा आता है उसे अधिकारी खा जाते हैं. समूह नल जल योजना में नल की टोटी लग गयी है कहीं पानी आता है कहीं नहीं आता. इन्होंने कहा कि इस क्षेत्र का विधायक हमेशा मंत्री रहा है. 2003 से जब से भाजपा की सरकार आयी है तब से क्षेत्र पिछड़ा हुआ है. रजनीश सिंह अगर जीतेंगे सरकार कांग्रेस की बनेगी तो वे मंत्री बनेंगे इसीलिये हम सभी क्षेत्र के लोग रजनीश सिंह के साथ है. हम चाहेंगे कि हमारे क्षेत्र का व्यक्ति मंत्री हो.

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