पानी के मुद्दे पर आज लालमाटी क्षेत्र को संबोधित कर सकते हैं कमलनाथ

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कार्यालय डेस्क

सिवनी 21 अक्टू. (संवाद कुंज) पूर्व केन्द्रीय मंत्री पूर्व मुख्यमंत्री प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री कमलनाथ कांग्रेस प्रत्याशी आनंद पंजवानी के पक्ष में लालमाटी क्षेत्र में सभा लेकर इस क्षेत्र को नयी सौगात देंगे.

ज्ञातव्य है कि लालमाटी क्षेत्र बैनगंगा नदी, बावनथड़ी और हिर्री नदी का उद्गम स्थल है. तीन तीन नदियों का उद्गम स्थल तथा फोरलेन से जुड़ा होने के बाद भी यह क्षेत्र पिछड़ा हुआ हैं. भारतीय जनता पार्टी द्वारा इस क्षेत्र के लोगों के विकास के लिये कभी कोई ठोंस योजना बनायी ही नहीं गयी जबकि यहाँ के लोग पिछले बीस सालों से भाजपा को ही जिताते आ रहे हैं पर क्षेत्र का विकास नहीं हुआ है जिसके कारण क्षेत्र की जनता भाजपा से चिढ़ी हुई है, गाँव में पानी एक बड़ा मुद्दा है.

आज प्रदेश अध्यक्ष श्री कमलनाथ लालमाटी क्षेत्र में विशाल जनसभा को संबोधित करने वाले हैं. जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता द्वारा बताया गया है कि अष्टमी के दिन श्री कमलनाथ इस क्षेत्र के लोगों को पानी देने का वचन देंगे और सरकार बनने पर प्राथमिकता के आधार पर पेंच का पानी लालमाटी क्षेत्र में पहुँचाने के लिये प्रावधान किया जायेगा तथा लिफ्ट इरिगेशन पद्धति को मंजूरी दी जायेगी.

उल्लेखनीय होगा कि इस क्षेत्र में 51-52 पोलिंग सिवनी विधानसभा के तथा 35-40 पोलिंग बूथ बरघाट विधानसभा के हैं. प्रत्येक पोलिंग बूथ में लगभग 800-1000 मतदाता होते हैं. इस प्रकार इस क्षेत्र में सिवनी विधानसभा के लगभग 40-50 हजार मतदाताओ एवं बरघाट क्षेत्र के लगभग 30-40 हजार मतदाताओ का होना बताया जाता हैं. मतदाताओं की संख्या के हिसाब से यह क्षेत्र सिवनी एवं बरघाट दोनों विधानसभाओं के लिये मायने रखता है. अगर श्री कमलनाथ की सभा यहाँ सफल हो जाती है. श्री नाथ लोगों को यह विश्वास दिलाने में सफल हो जाते हैं कि लालमाटी क्षेत्र को वो पानी देंगे तो क्षेत्र की जो जनता पिछले 20 साल से भाजपा को वोट देते आ रही है वो इस बार सोचने पर मजबूर होगी और हो सकता है कि वोट कांग्रेस की तरफ पलट जायें.

लालमाटी क्षेत्र की जनता के साथ धोखा हुआ है

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को मध्यप्रदेश में लंबी पारी हो चुकी हैं. इतने लंबे समय में श्री चौहान लालमाटी क्षेत्र के लिये भी योजना बना सकते थे और पेंच की नहरें भी पूरी हो सकती थी. पर ये दोनों कार्य अधूरे हैं. जिसके कारण शिवराज सरकार का विरोध है.
इस क्षेत्र के कृषकों का कहना है कि अगर सरकार को इस क्षेत्र में पानी नहीं देना था तो घोषणा भी नहीं करनी थी. मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घोषणा हर मंच से कर दी और पानी नहीं पहुँचाया तो मुख्यमंत्री के द्वारा स्वयं घोषणा करना और फिर पानी न पहुँचाना लोकतंत्र में जनता के साथ धोखा ही है. गाँव की गरीब भोली भाली जनता के साथ ऐसी धोखेबाजी नहीं होनी चाहिये और श्री कमलनाथ को भी तभी घोषणा करनी चाहिये जब वे पानी देने के लिये ठोंस रूप से संकल्पित हों नहीं तो जनता भाजपा से भी गयी और कांग्रेस से भी गयी.

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