संजय जैन संजू
सिवनी 29 दिसं (संवाद कुंज) किसी अन्य को नियंत्रित करने की इच्छा गलत है. हमें स्वयं पर नियंत्रण करना चाहिये. उक्त उद्गार परमत्पस्वी गणाधीश श्री विनय कुशल मुनि एवं श्री विराग मुनि ने श्री श्वेताम्बर जैन मंदिर सभा गृह में धर्म सभा को सबोधित करते हुए व्यक्त किये हैं.
महाराज साहब ने आगे कहा कि जीवन भर हम तिजोरी भरने के लिए मेहनत करते है यहाँ तक की वृद्धावस्था में भी हमारा ध्यान कमाई में रहता है लेकिन जब देह त्यागते है तो हमारी कमाई को हमारी संताने उपयोग करती हैं.
ज्ञात हो कि महाराज साहब ने खैरागढ़ में आचार्य विद्यासागर महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया था आपने चातुमास में निरंतर 171 उपवास दुर्ग में किये थे. इसी तरह बालाघाट में पदयात्रा के दौरान 66 उपवास किये थे. वर्तमान में सिवनी श्वेतांबर जैन मंदिर में आपके मंगल प्रवचन का लाभ मिल रहा है. इस दौरान समाज के प्रमुख धरमचंद्र भूरा संजय मालू, सुजीत नाहटा, प्रकाश नाहटा अतुल मालू संजय मनसुखा सहित युवा एवं महिला समाज सक्रिय रूप से इस धर्म सभा का मंगल धर्म लाभ ले रही हैं.