हमारे गाँव में कुछ नहीं है बच्चों का भविष्य अंधकार मे है हम छले गये हैं : राय

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बिजली के पहले बिजली का बिल आ गया सड़क बनी नहीं की टोल टेक्स आ गया

कार्यालय डेस्क

सिवनी 28 अक्टू. (संवाद कुंज) कलारबांकी क्षेत्र के हमारे 40 गाँव नहर के नाम पर छले गये हैं. हम किसान धोखे के शिकार हुए हैं. नहर के काम में इतना भ्रष्टाचार हुआ है इतना भ्रष्टाचार हुआ है जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती. छिंदवाड़ा के चौरई तहसील मे माचागोरा डेम तो बन गया पर 20 साल में नहरे सिवनी नहीं आ पायी. आज हमारे गाँव में बिजली नहीं है. ट्रांसफार्मर जल जाता है तो 15-15, 30-30 दिन नहीं सुधरता. एमपीईबी के अधिकारियों को फोन लगाओ तो कहते हैं कि सामान नहीं है. सामान आ जाता है तो लाइनमेन नहीं है. प्राइमरी स्कूल है तो शिक्षक नहीं है. हाई स्कूल के बाद हायर सेकेंड्री स्कूल नहीं है. व्यापार नहीं है. हमारे बच्चे न किसानी कर सकते हैं न पढ़ सकते हैं. बच्चों का भविष्य अंधकार मे हैं.

उक्ताशय की बात कलारबांकी क्षेत्र से किसान कांग्रेस प्रदेश महामंत्री रामनाथ राय द्वारा जारी विज्ञप्ति में कही गयी है. श्री राय की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि कलारबांकी और आसपाल के 40 गाँव का मुख्य मुद्दा नहर है. पिछले 15 साल से हम लोग नहर की लड़ाई लड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की, विधायक दिनेश राय मुनमुन की और जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की सबकी घोषणाओं के बाद 20 साल में नहर नहीं बन पायी है. हम किसानों को लिखित आश्वासन दिया गया और लिखित में देने के बाद भी काम पूरा नहीं हो पाया है. ठेकेदार पर कार्यवाही नहीं है उल्टा उसे राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा, इसके विधायकों द्वारा हमारे क्षेत्र को नहर से वंचित रखा गया है. आज इनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि 20 साल में नहर क्यों नहीं आ पायी और दोषी ठेकेदार पर कार्यवाही क्यों नहीं की गयी.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि हमारे क्षेत्र के किसान हर बार नहर के नाम पर वोट देते हैं और नहर के नाम पर ही हमको छला जाता है. पेंच का जो सर्वे हुआ था उसमे हमारे 40 गाँव शामिल थे. हमारे क्षेत्र के किसानों ने जल संसाधन विभाग को यहाँ तक लिखकर दिया था कि हम नहर के काम में कोई व्यवधान नहीं डालेंगे भूमि का मुआवजा जब मिलना होगा मिलेगा पर नहर आ जाये. किसान नहर के लिये अपना मुआवजा तक छोड़ने को तैयार है पर सरकार नहर देने को तैयार नहीं है. हर साल बारिश बहुत होती है. माचागोरा डेम फुल भर जाता है. डेम का पानी नहरों के माध्यम से सिवनी आ सकता है पर झूठे आश्वासनों के कारण नहरें की पूरी नहीं है.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि 2003 में बिजली, पानी और सड़क के नाम पर भाजपा की सरकार आ गयी. पानी आज तक आया नहीं. बिजली के पहले बिजली का बिल आ गया और सड़क बनने के पहले टोल टेक्स आ गया. क्या यही भाजपा का विकास है.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि 2006 मे हम स्व. हरवंश सिंह के नेतृत्व में हमारा डेलीगेशन तत्कालीन जल संसाधन मंत्री शैफुद्दीन से मिलने दिल्ली गया था उन्होंने हमारे क्षेत्र की नहरों को स्वीकृति दी थी. इसके बाद भी नहर का काम शुरू नहीं हुआ. 2008 में श्री दिनेश राय मुनमुन ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पहली बार चुनाव लड़ा था और हमारे गाँव आकर हमसे मंच मांगा था. एक निर्दलीय को हमने मंच दिया था. गाँव मे बैठक हुई. सभी ने नहर के मुद्दे को रखा गया इन्होंने आश्वासन दिया और हमने इनको वोट दिया. 2008 में इन्हें 29 हजार वोट मिले. निर्दलीय के रूप में इन्होंने बहुत बड़ी जीत हासिल की. 2013 में ये फिर आये. इन्होंने कहा कि एक बार थोड़ा और सहयोग कर दो इस बार हम पक्का नहर ला देंगे. हमने और सहयोग किया ये जीत भी गये पर नहर नहीं आयी. हमने निर्दलीय को इसलिये जिताया था ताकि ये राजनीति से हटकर हमारे साथ आंदोलन पर बैठ सकें हमे सहयोग कर सके पर निर्दलीय जीतकर ये सरकार के पीछे पीछे घूमने लगे. इनको किसी पार्टी के पीछे घूमने के लिये हमने वोट नहीं दिया था. चुनाव जीतने के बाद स्थिति यह हो गयी कि पार्टी के लोग पार्टी के पीछे कम घूमते थे ये ज्यादा घूमते थे. 2013 से 2018 आ गया हमारे क्षेत्र में नहर का काम नहीं हुआ. इसके बाद 2018 में भी विधायक राय नहर के नाम से हमारे क्षेत्र से वोट ले गये और अब 2023 में भी ये नहर के नाम से ही वोट मांग रहे हैं. 2008 में जो युवा 10वी कक्षा का छात्र था वह अब वह 30 साल का युवा हो गया. तब वह कुंवारा था अब उसका परिवार है. उसके सामने कमाने खाने की चिंता है और उसके बूढ़े हो चुके माता पिता अब भी नहर की बाँट जोह रहे हैं ये हकींकत है. उसके पास रोजगार व्यापार नहीं है, शिक्षा स्वस्थ्य नहीं है. हमारे क्षेत्र के लोग विधायक से त्रस्त हो चुके हैं.

विज्ञप्ति में बताया गया है कि जलसंसाधन विभाग द्वारा हमे यह लिखकर दिया गया कि 30 जून 2023 तक नहर आ जायेगी. 30 जून 2023 निकल गयी नहर नहीं आयी. फिर हमें पुनः लिखकर दिया गया कि नवंबर 2023 तक नहर आ जायेगी. 4 दिन बाद एक नवंबर है क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ है. इन्होंने कहा है कि विधायक ने हमसे जो वायदा किया था वो निभाया नहीं. हमने निर्दलीय विधायक को इसीलिये जिताया था ताकि वो राजनीति से हटकर काम करेंगे, उन्होंने कहा था कि उन्हें एक साल का विधायक बना दो, उन्होंने कहा था वो किसी पार्टी का झंडा नहीं उठायेंगे, हर साल जनता की अदालत लगाकर हिसाब देंगे. ये सारी बातें झूठी निकली और अब वो लाड़ली बहना, शौचालय, सीखो कमाओ योजना के नाम पर वोट मांग रहे हैं. नहर का नाम भी नहीं ले रहे हैं.

किसान कांग्रेस प्रदेश महामंत्री रामनाथ राय द्वारा जारी विज्ञप्ति में इन्होंने कहा है कि हम कलारबांकी क्षेत्र के लगभग 40 गाँव के लोग जिनमें प्रमुख रूप से कलारबांकी, बजरवाड़ा, देवरी, मेहलोन, बांद्रा, जोगीवाड़ा, कांचना, जेवनारामाल, बलारपुर, थांवरी, सोनाडोंगरी, चोरगरठिया, सिहोरा, घाटपिपरिया, सालीवाड़ा, डुंगरिया आदि लगे लगे गाँव के लोग अब दिनेश राय मुनमुन को वोट नहीं देंगे. हमारे क्षेत्र में तय हो गया है हम नहर के मुद्दे में कमलनाथ के प्रतिनिधि आनंद पंजवानी के साथ है. हमारा निर्णय हुआ है हमने 4 बार भाजपा को मौका देकर देख लिया है एक बार कांग्रेस को भी देकर देखेंगे.

नहीं खुला हायर सेकेंड्री स्कूल

किसान कांग्रेस प्रदेश महामंत्री रामनाथ राय ने अपनी विज्ञप्ति में कहा है कि हमारे क्षेत्र में 10 साल पहले दिनेश राय मुनमुन आये थे और हायर सेकेंड्री स्कूल बोलकर गय थे आज तक हायर सेकेंड्री स्कूल नहीं बना है. हमारे यहाँ से हायर सेकेंड्री स्कूल 17-18 किलोमीटर दूर है. बच्चे जा नहीं पाते. 10वी के बाद बच्चों को घर बैठना पड़ता है. प्राइमरी स्कूल में शिक्षक नहीं है. लाइट 10 घंटे मिलनी चाहिये पर 7 घंटे मिलती है और रात में मिलती है. ट्रांसफार्मर जल जाये तो 15-15 दिन सुधरता नहीं है. एमपीईबी वाले कह देते हैं कि हमारे पास सामान नहीं है. बिजली का बिल 1500-2000 रूपये आ रहा है. हम शिक्षा, स्वास्थ्य, नहर सबसे पिछड़े हुए हैं और हम पिछड़ों के बीच भाजपा प्रत्याशी अपनी चमचमाती कार से आते हैं. हमें लगता है कि हमारे पिछड़ेपन में ही इनकी आबादी छुपी है.

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