कार्यालय डेस्क
सिवनी 22 नवं. (संवाद कुंज). अभी मतगणना हुई नहीं है और कांग्रेस सरकार बनाने के लिये आश्वस्त नजर आ रही है वहीं भारतीय जनता पार्टी का मानना है कि इस बार चुपचाप चुपचाप वे सरकार बना लेंगे और किसी को पता भी नहीं चलेगा क्योंकि लाड़ली बहना के वोट उन्हें ही गये हैं.
ज्ञातव्य है कि शुरूआत से ही लाड़ली बहना को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की गेम चेंज कर देने वाली योजना माना जा रहा था. पूरे प्रदेश में महिला मतदाताओं की संख्या 2.5 करोड़ बतायी जा रही है और 1.25 करोड़ को इसमें से लाड़ली बहना योजना का लाभ मिल रहा है. कांग्रेस का मानना है कि वोटिंग का अधिक होना सरकार के विरोध में जा रहा है वहीं भाजपा का मानना है कि महिलाओँ के कारण वोटिंग प्रतिशत बढ़ा है इसीलिये वोट सरकार के पक्ष में पड़े हैं.
अगर सिवनी जिले की बात की जाये तो जिले में लगभग 2 लाख 80 हजार 590 लाड़ली बहना योजना के पात्र हितग्राही हैं. इनमें जनपद पंचायत बरघाट में 38 हजार 632, जनपद पंचायत छपारा में 22 हजार 599, जनपद पंचायत धनौरा में 18 हजार 937, जनपद पंचायत घंसौर में 28 हजार 176, जनपद पंचायत केवलारी में 30 हजार 107, जनपद पंचायत कुरई में 27 हजार 727, जनपद पंचायत लखनादौन में 41 हजार 514, जनपद पंचायत सिवनी में 49 हजार 351, नगर पालिका सिवनी में 13328, नगर परिषद बरघाट में 2 हजार 271, नगर परिषद केवलारी में 4012 नगर परिषद लखनादौन में 3246 हैं. लाड़ली बहना योजना के अलावा किसानों के खाते में भी सरकार ने भरपूर पैसे दी है.
तो भारतीय जनता पार्टी मान रही है कि लाड़ली बहना के भरोसे वो इस बार पुनः सरकार बना रहे हैं. कांग्रेस का मानना है कि इस बार सत्ता विरोधी लहर थी जनता परिवर्तन चाह रही थी इसीलिये भाजपा विधायकों की संख्या बढ़ सकती है पर सरकार नहीं बन सकती. इसके अलावा कांग्रेस का मानना है कि ओल्ड पेंशन स्कीम का उसको फायदा मिलेगा. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अपनी अपनी जीत सुनिश्चित मान रहे हैं परिणाम क्या होंगे ये 3 दिसंबर की देर रात तक पता चलेगा